गाण्याचे शीर्षक: | सच्ची मुचि |
फिल्म: | सुलतान |
गायक: | मोहित चौहान आणि हर्षदीप कौर |
संगीत: | विशाल-शेखर |
गीत: | इरशाद कामिल |
संगीत लेबल: | YRF संगीत |
सच्ची मुचि फिल्म सुलतान का गीत है। इस गाने की गायिका मोहित चौहान आणि हर्षदीप कौर ये हैं। साथ ही इस गीत के शब्द इरशाद कामिल ने लिखे हैं। और यह गीत YRF संगीत द्वारा किया गया है।
Hindi Lyrics
सच्ची मुचि लिरिक्स
मैं गप्प न कोई मारुं
ना बात बोलूंगा कच्ची
2-3 साल से मुझको
तू लगी लाग्ने अछि , ओ हु
ओ बात अनसुनी है
प्यार से बनी है
आज दोगुनी है आरज़ू
ये ख्वाब हैं , चाहते
या मेरे दिल की आवाज़ें
जानती है तू
तेरे कहने से ली मैंने परवाज़ें
मैं गप्प न कोई मारुं
ना बात बोलूंगा कच्ची
2-3 साल से मुझको
तू लगी लाग्ने अछि , ओ हु
लेजा वहां तेरा हो जहाँ पे जहाँ
मैंने ये दे दी है जुबां
चलता जाऊँगा
सुबह को मैं लाऊंगा होंठों पे हंसी
शामों को बातों में तेरी , ढलता जाऊँगा
मैं रज्ज के चहुँ तुझको
ले रज्ज के मैं नाची
ले छड़ अक्क्ल की बातें
फिर आज होगयी बच्ची , ऊ
तू जान है सच्ची मची
ओ बात अनसुनी है
प्यार से बनी है
आज दोगुनी है आरज़ू
ये ख्वाब हैं , चाहते
या मेरे दिल की आवाज़ें
जानती है तू
तेरे कहने से ली मैंने परवाज़ें