गाण्याचे शीर्षक: | मैंने पूछा चाँद से |
चित्रपट: | अब्दुल्ला |
गायक: | मो.रफी |
संगीत: | आर डी बर्मन |
गीत: | आनंद बक्षी |
मैंने पूछा चाँद से हे गीत अब्दुल्ला या चित्रपट मधले असून या गीत चे गायक मो.रफी हे आहेत. ह्या गीत ला संगीत आर डी बर्मन यांनी दिली आहे. तसेच ह्या गीत चे शब्द आनंद बक्षी यांनी लिहिले आहेत.
Hindi Lyrics
मैंने पूछा चाँद से कि
देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं
चाँद ने कहा, चांदनी की क़सम
नहीं, नहीं, नहीं मैंने पूछा चाँद से
मैंने ये हीज़ाब तेरा ढूंढा
हर जगह शबाब तेरा ढूंढा
कलियों से मिसाल तेरी पूछी
फूलों ने जवाब तेरा ढूंढा
मैंने पूछा बाग से, फ़लक हो या जमीं
ऐसा फूल है कहीं
बाग़ ने कहा हर कली की क़सम नहीं
नहीं, नहीं मैंने पूछा चाँद से
हो चाल है की मौज की रवानी
जुल्फ़ है की रात की कहानी
होंठ है की आईने कवल के
आँख है के महका दो की रानी
मैंने पूछा जाम से, फ़लक हो या जमीं
ऐसी मह भी है कहीं
जाम ने कहा महकशीं की क़सम नहीं
नहीं, नहीं मैंने पूछा चाँद से
खुबसूरती जो तूने पाई
लुट गयी ख़ुदा की बस ख़ुदाई
मीर के गज़ल कहूँ तुझे मैं या
कहूँ खीयाम की रुबाई
मैं जो पूछूं शायरों से
ऐसा दिल नाशी कोई शेर है कहीं
शायर कहे शायरी की क़सम
नहीं, नहीं, नहीं
मैंने पूछा चाँद से कि देखा है कहीं
मेरे यार सा हसीं
चाँद ने कहा, चांदनी की क़सम
नहीं, नहीं, नहीं मैंने पूछा चाँद से