गाण्याचे शीर्षक: | बेज़ुबां |
फिल्म: | पीकू |
गायक: | अनुपम रॉय |
संगीत: | अनुपम रॉय |
गीत: | मनोज यादव, अनुपम रॉय |
संगीत -लेबल: | झी म्यूझिक कंपनी |
बेज़ुबां फिल्म पीकू का गीत है। इस गाने की गायिका अनुपम रॉय ये हैं। साथ ही इस गीत के शब्द मनोज यादव, अनुपम रॉय ने लिखे हैं। और यह गीत झी म्यूझिक कंपनी द्वारा किया गया है।
Hindi Lyrics
किस लम्हें ने थामी ऊँगली मेरी
फुसला के मुझको ले चला
नंगे पाओं दौड़ी आँखें मेरी
ख्वाबों की सारी बस्तियां
हर दूरियां हर फासले क़रीब हैं
इस उम्र की भी शख्सियत अजीब है
हम्म.. झीनी झीनी इन साँसों से
पहचानी सी आवाज़ों में
गूंजे हैं आज आसमां
कैसे हम बेज़ुबां
इस जीने कहीं हम भी थे
थे ज़्यादा या ज़रा कम ही थे
रुकके भी चल पड़े मगर
रस्ते सब बेज़ुबान
जीने की ये कैसी आदत लगी
बेमतलब कर्ज़े चढ़ गए
हादसों से बच के जाते कहाँ
सब रोते हँसते सह गए
अब ग़लतियां जो मान ली तो ठीक है
कमज़ोरियों को जो मात दी तो ठीक है
झीनी झीनी इन साँसों से
पहचानी सी आवाज़ों में
गूंजे है आज आसमां
कैसे हम बेज़ुबान