गाण्याचे शीर्षक: | धुप |
फिल्म: | रामलीला |
गायक: | श्रेया घोषाल |
संगीत: | संजय लीला भन्साळी |
गीत: | सिद्धार्थ – गरिमा |
धुप फिल्म रामलीला का गीत है। इस गाने की गायिका श्रेया घोषाल ये हैं। साथ ही इस गीत के शब्द सिद्धार्थ – गरिमा ने लिखे हैं।
Hindi Lyrics
धूप से छनके
धूप से छनके धुआं मन हुआ
रूप ये चमके तन अनछुआ आ
छिड़ते हैं, बजते हैं तार जो मन के
खनके झनके हैं, कुछ तो हुआ
धूप से छनके धुआं मन हुआ
रोम रोम नापता है, रगों मे सांप सा है
सर रा रा सर रा रा रा भागे बेवजाह
रोम रोम नापता है, रगों मे सांप सा है
सर रा रा सर रा रा रा भागे बेवजाह
सरके है, खिसके है मुझमें ये बसके
डसके दे गया दर्द बेदवा
धूप से छनके धुआं मन हुआ
छिड़ते हैं, बजते हैं तार जो मन के
खाने झनके हैं