गाण्याचे शीर्षक: | जल रही है |
फिल्म: | बाहुबली |
गायक: | कैलास खेर |
संगीत: | एमएम क्रीम |
गीत: | मनोज मुंतशिर |
जल रही है फिल्म बाहुबली का गीत है। इस गाने की गायिका कैलास खेर ये हैं। साथ ही इस गीत के शब्द मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं।
Hindi Lyrics
https://www.youtube.com/watch?v=JqwthoWINxY
जल रही है चिता
साँसों में है धुआँ
फिर भी आस मन में है जगी
भोर होगी क्या, कभी यहाँ..
पूछती यही ये बेड़ियाँ
देख तो.. कौन है ये ?
महिस्हमति समराज्यम
सर्वोत्तम प्रचेयम
दसो दिशाएं आठेयम
सब इसको करते प्रणाम
खुशाली वैभवशाली
समृधियाँ निराली
धन्य धन्य है यहाँ प्रचार
शक्ति का ये स्वर्ग था
घन गरज जो कितके यहाँ
दिग दिगंत में है कहाँ
शीश तो यहाँ झुका ज़रा
यशास्वीनी है ये धरा
महिष्मति की पताका
सदा यूँही गगन चूमे
अश्व्दो और सूर्यदेव मिलके
स्वर्ग सिंघासन विराजे